नई दिल्ली | Kvs24News Desk:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी भूटान यात्रा को बेहद सार्थक और ऐतिहासिक बताया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह दौरा ऐसे समय में हुआ है जब भूटान के लोग कई महत्वपूर्ण आयोजनों का उत्सव मना रहे हैं — जिनमें भूटान के चतुर्थ द्रुक ग्यालपो की 70वीं जयंती, ग्लोबल पीस प्रेयर फेस्टिवल, और भारत से विशेष बौद्ध अवशेषों का आगमन शामिल है।
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| PM Narendra Modi की भूटान यात्रा: ऊर्जा, स्वास्थ्य और कनेक्टिविटी में साझेदारी को नई गति |
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा —
“ऊर्जा, स्वास्थ्य और कनेक्टिविटी जैसे क्षेत्रों में हुए परिणाम हमारे द्विपक्षीय संबंधों को नई गति देंगे। मैं भूटान की जनता और सरकार के प्रति अपना आभार व्यक्त करता हूँ।”
प्रधानमंत्री ने आगे बताया कि इस यात्रा ने भारत-भूटान के बीच की पारंपरिक मित्रता को और मजबूत किया है।
उन्होंने भूटान के महामहिम राजा जिग्मे खेसर नामग्येल वांगचुक का भी विशेष रूप से आभार जताया, जिन्होंने उन्हें दिल्ली लौटते समय एयरपोर्ट पर विदा किया।
भूटान में प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा के दौरान कई प्रमुख समझौते हुए जिनमें ऊर्जा सहयोग, डिजिटल कनेक्टिविटी और स्वास्थ्य क्षेत्र में साझेदारी प्रमुख रहे। दोनों देशों ने क्षेत्रीय स्थिरता और शांति के लिए मिलकर काम करने का भी संकल्प लिया।
⚖️ डिस्क्लेमर (Disclaimer):
यह जानकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (@narendramodi) के आधिकारिक X (पूर्व में Twitter) अकाउंट से ली गई है। Kvs24News ने इस बयान का स्वतंत्र सत्यापन नहीं किया है। यह रिपोर्ट केवल जनहित और सूचना प्रसार के उद्देश्य से प्रकाशित की गई है।
